Uterine Fibroid Natural Treatment | गर्भाशय की रसौली का इलाज
Uterine fibroid natural treatment गर्भाशय की रसौली का इलाज -आज के समय में बच्चेदानी की रसौली (Uterine Fibroid) होना बहुत ही आम बात हो गयी है। जिसमे 6 साल से लेकर 60 साल की महिलाएं शामिल है। हर साल भारत में दस लाख से भी अधिक केश दर्ज किये जा रहे है। ज्यादातर ये बीमारी साल से साल तक की महिलाओ में common है। आज हम Uterine Fibroid किसे कहते है इसके क्या कारन है क्या dite follow करने है इसका क्या इलाज है ? जिससे Uterine Fibroid को जड़ से खत्म हो सके।
Fibroid किसे कहते है ?uterise उलटे नाशपाती के आकार का एक organ है जो की 3 लेयर से मिलकर बना हुआ है पहली-perimetrium दूसरी myometrium तीसरी endometrium इन तीनो lear में होने वाली tyumar जो की canser नहीं होता है binaayi होता है उसे Fibroid कहते है। तीनो lear में से किसी भी lear में ट्यूमर हो जाये तो उसे Fibroid कहते है। ये एक भी हो सकता है और एक से अधिक भी।
सबसे बाहर की lear perimetrium में अगर Fibroid हो तो इसे subserosal Fibroid कहते है।Myometrium में सबसे अधिक Fibroid
पाया जाता है 60% महिलाओ में यही Fibroid पाया जाता है इसे Intramural Fibroid कहते है। और सबसे अंदर की lear Endometrium में यदि Fibroid हो तो इसे submucosal Fibroid कहते है इसके आलावा हम जानते है की Fibroid क्यों होते है इसकी क्या estrologi है।
आयुर्वेद में तीन दोष होते है वाट, पित्त ,कफ । अधिकतर कफ दोष के प्रकोप के कारण ही Fibroid का होना माना गया है तो जो भी हमारा दी चर्या होगी और जो भी हमारा treetment होगा वो कफ दोष के ही आधार पर होगा अगर शरीर में बहुत अधिक estrogen बन रहा है तो ये भी एक कारण माना गया है Fibroid होने का। या फिर faimly history या पहले आपकी मम्मी को रहा हो तब भी ऐसे होता है बहुत उम्र हो गई है शादी नहीं हुई है बच्चे नहीं हुए है ऐसी महिलाओ में भी पाया जाता है।
कैसे पता चलेगा की बच्चेदानी में Fibroid है - शुरू-शरू में जब Fibroid छोटा ही होता है तो कोई symptoms नहीं आता है तो symptoms less होता है। जो बहुत अधिक symptoms लेकर आता है वो होता है mainoreziya। यानि की उसे बहुत अधिक bleeding होई है टुकड़े कट-कट के आते है बहुत अधिक bleeding होती है बहुत अधिक दर्द होता है या बताते है की 10-15 दिन में ही जल्दी-जल्दी peryad आते है बिल्कु reregular हो गए है क्योकि इतनी अधिक bleeding लेकर आया है मरीज तो उसे aneemiya ,कमजोरी और घबराहट ऐसे symptoms तो होंगे ही।
इसके अलावा जो symptoms देखा गया है पेशाब बार-बार जाना।अगर Fibroid ऐसी जगह पर है जो की preshar दाल रहा है तो बार-बार मन करता है पेशाब जाने का कारण है की खुल कर पेशाब नहीं हो पता है। इसके अलावा जो symptoms देखा गया है वो है पेट में उभार आना। यदि बहुत बड़ा Fibroid है तो पेट में उभार सा महसूस होता है तो ये सारे symptoms Fibroid के होते है। जो बह डॉक्टर आपका इलाज करता है जांचे करता है ultrrasound करता है तो उसे पता चल जाता है Fibroid के बारे में। डॉक्टर ultrrasound या sonographi के लिए भेजते है तो आपके Fibroid का size और position का पता चल जाता है।
Fibroid का treetment - Fibroid का treetment को तीन step में बतायेंगे। (1) खान-पान (2) योगशान (3) दवाईयां।
(1) खान-पान- जैसे की पहले ही बताया थाई की Fibroid कफ दोष के प्रकोप के कारण होता है kafl diet को unfowllo करना है।
(2) Life styal ,योगाशन -ये भी एक बहुत बड़ा topic है मतलब समय से सोना ,समय से उठाना क्या योग आप करे।
(3)Meditions - जब आप एलोपैथिक डॉक्टर के पास जाते है तो वे जब Fibroid छोटे होते है तब Fibroid का कोई treetment नहीं देते तो आप सोचिये की जब छोटे-छोटे Fibroid का treetment नहीं होगा तो आगे चल कर बड़े हो जाते है जो की परेशानिया बड़ा देंगे। इसके अलावा जब बड़े हो जाते है तो इसमें सर्जरी ही की जाती है। केकिन जो आयुर्वेदिक treetment होता है वह छोटे और बड़े दोनों में ही surpeizeing और बहुत हे अच्छे परिणाम आ रहा है।
(1) Shigru (moringa olifera- सबसे पहलीओषधि की बात करेंगे वो है Shigru (moringa olifera) बहुत ही फायदेमंद है Fibroid के treetment में। इसके पत्तो का आप काढ़ा बना के आप ले सकते है इसका पाउडर भी बाजार में मिलता है उसे आधा चम्मच सुबह ,दोपहर,शाम आप ले सकते है आपको यह चूर्ण गुनगुने पाने के साथ लेना है। इसका बहुत ही अधिक फायदे है Fibroid में।
(2) Kanchanar (bauhinia plant)-इस पौधे की कली की लोग सब्जी नहीं बनाकर खाते है और kanchanar का पाउडर भी बाजार बहुत ही आसानी से मिल जाता है। kanchanar का पाउडर भी आधा चम्मच सुबह ,दोपहर,शाम आप ले सकते है आपको यह चूर्ण गुनगुने पाने के साथ लेना है। इसका बहुत ही अधिक फायदे है Fibroid में।
(3)Gokshura ( tribulus terrestris)- Gokshura तो गर्भाशय के लिए बहुत ही efectiv है और ये Fibroid में भी काम करता है इसका भी पाउडर बाजार में मिलता है आप Gokshura का चूर्ण को एक चौथाई चम्मच ले सकते है आपको यह चूर्ण गुनगुने पाने के साथ लेना है।
(4)Haridra (cuecuma longa )मतलब हल्दी -हल्दी तो वैसे है antiseptik होती ही है यह भी Fibroid में बहुत अच्छा काम करती है आपको इसको एक गिलास गरम दूध में एक चौथाई चम्मच दाल कर लेना है।
ये सभी ओषधिया Uterine Fibroid में बहुत ही कारगर है आपको दो महीने तक लेना है आओ देखेंगे की आपको कितना फायदा मिलेगा।
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Ask Health Guru
Dr. Varun Sharma & Dr.Kanchan Sharma
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