दिल्ली की हवा में बढ़ रहा प्रदूषण, अगले तीन दिन में वायु गुणवत्ता हो सकती है बेहद खराब
दिल्ली की हवा में बढ़ रहा प्रदूषण, अगले तीन दिन में वायु गुणवत्ता हो सकती है बेहद 'खराब' – दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर जहरीली हो गई है। जहां पर हवा (Air Quality) का AQI "बहुत खराब" से "गंभीर" श्रेणी में पहुंच गया है। राजधानी में लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है।
कमजोर वेंटिलेशन और तापमान में भारी गिरावट को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ गया है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) द्वारा अपडेट किए गए नवीनतम अनुमानों के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता शनिवार को 'बहुत खराब' रही और एक्यूआई 339 पर पहुंच गया। PM2.5 प्रमुख प्रदूषक बना हुआ है।
दिल्ली में 'बेहद खराब' हवा –
सुबह 6.30 बजे अपडेट किए गए SAFAR के अनुमानों के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय, पूसा, लोधी रोड, मथुरा रोड, IIT-दिल्ली और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (टर्मिनल 3) सहित राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। एक्यूआई क्रमश: 330, 329, 342, 357, 370, 346 रहा।
सफर के अनुसार, 51 और 100 के बीच एक्यूआई को 'संतोषजनक' या 'बहुत अच्छा' माना जाता है, 101-200 को 'मध्यम' माना जाता है, 201-300 को 'खराब' की श्रेणी में रखा जाता है। जबकि 300-400 को 'बहुत खराब' माना जाता है, 401-500 के बीच का स्तर 'खतरनाक' श्रेणी में आता है।
सफर का एक्यूआई पूर्वानुमान –
एक्यूआई ने शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' बताई। आंशिक रूप से बादल छाए रहने की स्थिति, कम हवा की गति और मध्यम मिश्रण परत की ऊंचाई के कारण प्रदूषकों के कमजोर वेंटिलेशन के कारण, हवा की गुणवत्ता में और गिरावट आने की संभावना है, लेकिन अगले तीन दिनों (15, 16 और 17 जनवरी) के लिए 'बहुत खराब' के भीतर। SAFAR के एक बयान के अनुसार, 17 जनवरी से, हवा की गति अपेक्षाकृत अधिक होने के कारण सतह के पास प्रदूषकों को कम करने के कारण AQI में सुधार होने की संभावना है।
एनसीआर में वायु गुणवत्ता -
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में रही। गुरुग्राम और नोएडा में शनिवार सुबह एक्यूआई क्रमश: 392 और 313 के साथ 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। जानकारों का कहना है कि एनसीआर इलाके में निर्माण गतिविधियां प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह हैं। हवा की रफ्तार जब तेज होती है को प्रदूषक कण छंट जाते हैं। यह बात सही है कि प्रशासन की तरफ से कई तरह के कदम उठाए गए हैं। लेकिन प्रदूषण पर नियंत्रण हासिल करने में गंभीरता नहीं दिख रही है।
दिल्ली के कई इलाकों में विजिबिलिटी हुई कम -
बता दें कि मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक आगामी दिनों में राजधानी में घने कोहरे के साथ भीषण ठंड पड़ेगी। इसके साथ ही दिल्ली NCR में भी कोहरा देखा जा रहा है। वहीं नोएडा में कल धूप निकलने की संभावना है. जहां पर बीते शुक्रवार को गुरुग्राम में बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग के अनुसार एक नया पश्चिम विक्षोभ की एक्टिव हुआ है। इसके चलते राजधानी में 18 और 19 जनवरी को दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं इसके बाद अगले हफ्ते से दिल्ली-NCR में ठंड में कमी आने के आसार है। दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा 5.8 और अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 16.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गाय था। सुबह घना कोहरा छाया रहा और सात बजे दृश्यता कम होकर 100 मीटर तक रह गई थी।
दिल्ली NCR की हवा एक बार फिर से जहरीली हो गई है ,और हवा (Air Quality) का AQI “बहुत खराब” से “गंभीर” श्रेणी में पहुंच रहा है। वायु गुणवत्ता, मौसम पूर्वानुमान और सफर-इंडिया (SAFAR) के अनुसार राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब स्थिति में बनी हुई है। राजधानी में आज AQI का ओवरऑल स्तर 339 है जो कि ‘बेहद खराब’ श्रेणी माना जाता है। बता दें कि केंद्र सरकार की एजेंसी सफर के अनुसार बीते शुक्रवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 390 है। वहीं नोएडा का AQI 315 रिकॉर्ड किया गया है। वहीं गुरुग्राम का AQI 305 दर्ज किया गया है। वहीं, इन दोनों शहरों का AQI भी बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है।
दरअसल, दिल्ली एनसीआर में वायु गुणवत्ता खराब होने का सिलसिला जारी है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा की गति धीमी होने के चलते प्रदूषण तत्व जमा होंगे, इससे वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार गुरुवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मध्य स्तर में 142 दर्ज किया गया है। एक दिन पहले बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 193 दर्ज किया गया था। सफर के मुताबिक अगले 3 दिन तक ऐसे ही हालात सामान्य ही रहेंगे। वहीं ठंड बढ़ने के साथ वायु गुणवत्ता का स्तर 200 के पार भी पहुंच सकता है।
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Article Posted By: Manju Kumari
Work Profile: Content Writer
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