वासुकी नाग के प्रश्नों के जवाब देकर युधिष्ठिर भीम को बचा सकेंगे ? | पांडवो की गंधमादन पर्वत से विदाई
महाभारत भारत का एक प्राचीन महाकाव्य है, जिसे विश्व का सबसे बड़ा और सबसे लंबा ग्रंथ माना जाता है। यह संस्कृत में लिखा गया है और इसकी रचना वेदव्यास ने की थी।
महाभारत में कुल 18 पर्व (अध्याय) हैं और इसमें लगभग 1 लाख से भी अधिक श्लोक हैं। यह ग्रंथ कौरवों और पांडवों के बीच हुए धर्मयुद्ध की कहानी है, जो कुरुक्षेत्र के मैदान में लड़ा गया था। महाभारत न केवल एक युद्ध की गाथा है, बल्कि इसमें जीवन के विविध पहलुओं, धर्म, नीति, प्रेम, शौर्य और आध्यात्मिकता के गहरे संदेश भी दिए गए हैं। कथा की शुरुआत हस्तिनापुर के राजा शांतनु से होती है। उनके दो पुत्र भीष्म और विचित्रवीर्य होते हैं। विचित्रवीर्य की मृत्यु के बाद उनके पुत्र धृतराष्ट्र और पांडु हस्तिनापुर के राजकुमार बनते हैं। धृतराष्ट्र अंधे होते हैं, इसलिए पांडु राजा बनते हैं, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद धृतराष्ट्र राजा बन जाते हैं। धृतराष्ट्र के सौ पुत्र होते हैं, जिन्हें कौरव कहा जाता है, जबकि पांडु के पांच पुत्र होते हैं, जिन्हें पांडव कहा जाता है। कौरव और पांडव एक ही परिवार के होते हुए भी आपस में शत्रु बन जाते हैं, और उनके बीच हस्तिनापुर के सिंहासन को लेकर विवाद होता है। कथा का मुख्य हिस्सा महाभारत का युद्ध है, जो पांडवों और कौरवों के बीच लड़ा जाता है। इसमें प्रमुख पात्रों में युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल, सहदेव (पांडव), दुर्योधन, दुःशासन (कौरव), कृष्ण, भीष्म, द्रोणाचार्य, कर्ण, शकुनि और द्रौपदी शामिल हैं। महाभारत के एक महत्वपूर्ण अध्याय में भगवद गीता का उपदेश दिया गया है, जो भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को युद्ध के मैदान में दिया था। इसमें कर्म, धर्म, भक्ति और मोक्ष के गूढ़ रहस्यों का वर्णन है।
Listen Full Story