नकारात्मक सोच से कैसे छुटकारा पाए | How To Get Rid Of Negative Thoughts
नकारात्मक सोच से कैसे छुटकारा पाए | How To Get Rid Of Negative Thoughts -भाग दौड़ भरी व्यस्त जिंदगी में हमे Negativity घेर लेती है।उस दौरान ऐसा लगता है की जैसे की सब कुछ खत्म हो गया है। सब कुछ बेकार और बतिईमानी सा लगने लगता है ऐसा लगता है की हम दुसरो से पीछे रह गए है। और सब आगे ही बढ़ते जा रहे है। नकारात्मक विचार और Negative Thoughts हमारे मानसिक और शारीरिक हेल्थ के भी दुश्मन है।Negative Thoughts से अधिक तनाव पैदा होता है।
Negative Thoughts को आपने कंट्रोल नहीं किया तो ये Negative Thoughts आपके दिमाग में घर बना लेती है। जिससे आपका जीवन अच्छा खासा नर्क बन जाता है।Negative Thoughts के कारण व्यक्ति की सोच आत्मविश्वास ,हौसला ,जहां तक की emunity भी कमजोर होने लगती है। distress ,depresstion जैसी समस्याएं आने लगती है। Negative Thoughts को दिमाग में रखते है या बिना इससे बाहर निकलने की कोशिश किये यदि आप interview के लिए जाते है तो mind में वही tention होने के कारण interview में reject हो गए मने महनत तो की है पता नहीं की पूरा होगए की नहीं।
आप आपने दीआग में ये सब सोच डालने लगते हो तो इन्ही को Negative Thoughts कहते है। Negative Thoughts हमे हर समय यह अहसास दिलाते है की पूरी दुनिया ही अँधेरी है। और हम उसमे समाते जा रहे है। Negative Thoughts कब और क्यों आते है Negative Thoughts दो बातो से आती है पहली जो बात या काम आप करने जा रहे है उसे सोचकर डर पैदा होने के कारण। डर होने पर ही Negative Thoughts स्वभाविक है। दूसरा जब कोई बात,घटना या काम हो चूका है तो उसे सोच-सोच कर तनाव में रहना। आत्म विशवास का खोना Negative Thoughts के आने पर आत्म विशवास कम हो जाता है।
ये दोनो एक ही सिक्के के दो पहलू है।समस्या आती है तो Negative Thoughts भी आने लगती है जिसके कारण छोटी सी समस्या भी बहुत बड़ी लगती है यदि किसी भी काम में असफल हुए तो लगने लगता है की फिर असफल न हो जाये। कयी बार तो ऐसा होता हैंकि हम दुबारा उस काम को शुरू ही नहीं करते या करते है तो Negative Thoughts के कारण फिर असफल हो जाते है। जिसके कारण हमारी जीवन के प्रति दृस्टिकोण Negative से और Negative होता ही जाता है।
एक बार स्वामी विवेकानंद जी कहीं जा रहे थे। किसी bridge से जा रहे थे। बहुत छोटा सा bridge था उस bridge के एक तरफ गहरा पानी था। स्वामी जी के पीछे वहां कुछ बंदर लग जाते है। बहुत सारे बंदर उनके पीछे पड जाते है और स्वामी जी को परेशान करते है। स्वामी जी अपने आप को बचाने के लिए ,बंदरो से दूर जाने की कोशिश करते है। तभी सामने से आसपास ही रहने वाला एक आदमी आता है और स्वामी विवेकानंद जी से कहता है की आप इन बंदरो से डरो नहीं। आप जितना डरेंगे ये आपको उतना ही डराएंगे। इनका सामना करोगए तो ये बंदर भाग जायेंगे। फिर स्वामी जी बंदरो का सामना करने के लिए बंदरो की तरफ देखते है बंदरो की आँखों से आंख मिलाते हुए बात करते है तो वे बंदर भाग जाते है।
हमारी life में Negative Thoughts भी इन्ही बंदरो की तरह ही होते है आप जितना डरेंगे ये आपको उतना ही डराएंगे। जब आप Negative Thoughts का सामना डटकर करोगे तो ये आप पर हावी नहीं हो पाएंगे।क्योकि possitiv Thoughts इन Negative Thoughts से बहुत अधिक powerfull है जब मैं अपनी लाइफ में आगे बढ़ना चाहता हु तो possitiv Thoughts है। ये Negative Thoughts से बहुत बड़ा है। Negative Thoughts से डरना नहीं चाहिए जितना आप डरेंगे ये उतना ही आप पर हावी होता जायेगा।
अगर आप Negative Thoughts से बचना चाहते है तो ऐसे सामना कीजिये जैसे की स्वामी विवेकानंद जी ने बंदरो से सामना किया था। मान लीजिये कोई आपको ऐसा खाना दे जिसमे बदबू आ रही हो तो यकीनन आप नहीं खाएंगे। क्युकी आप जानते है की यदि आप उस खराब कहना को खाएंगे तो आपको नुकशान करेगा इसलिए आप ऐसा खाना सामने आने पर alart हो जाते है। durty food को नहीं खाते है। लेकिन क्या आप इतने alart अपने विचारो को लेकर भी है।
पूरा दिन आप अपने मन में , मस्तिष्क में Negative Thoughts को आने देते है एक के बाद दूसरा और फिर तीसरा। इस तरह Negative Thoughts की चेन बन जाती है और आप इस Negative Thoughts के बारे में सोचने लग जाते है। कुछ ही समय के बाद ये Negative Thoughts "emotions" बन जाते है। जब इसके साथ आप jeales Thoughts और कई प्रकार के Negativiti से आप भर जाते है। और परेशान हो जाते है। इसका क्या solutions हो सकता है। इसका solutions है की आपको देखना होगा की कोण सा विचार आप के लिए अच्छा है। और कोण सा विचार खराब।
यदि कोई Negative Thoughts आपके मन में आता है तो आपको तुरंत possitiv Thoughts से counter करना होगा। for exampal आपके किसी दोस्त की नयी कार को देखकर jeales आती है तो इस Negative Thoughts को तुरंत possitiv Thoughts में बदलना होगा और दोहराना होगा की हमारे पास जो भी है हमे उसी में संतोष करना होगा । किसी से compition नहीं करना है। मैं अपनी life में अपना best work आगे रखना होगा। जैसे ही मैं जीवन में मेरी finenson condition better होगी मैं इससे भी अच्छी कार ले लूंगा।
जब भी आपके मन में Negative Thoughts आते है तब तुरंत possitiv Thoughts में बदलना होगा या कह सकते है की किसी भी problam से डरना नहीं चाहिए उसका सामना करके आगे बढ़ना चाहिए। और तनाव मुक्त रहने में भी मदद करेगा।