वर्तमान में आनंदित जीवन कैसे जियें | How To Live In Present Moments For A Happy And Peaceful Life
वर्तमान में आनंदित जीवन कैसे जियें | How to Live in Present Moments for a Happy and Peaceful Life -एक वृद्ध व्यक्ति हवाई जहाज से दिल्ली से मुंबई जा रहा था। दिल्ली एयरपोर्ट पर एक नौजवान व्यक्ति भी उसमे सवार हुआ उस नौजवान को देखकर लगता था की वह किसी बिमा कम्पनी का ही officer था। उस नौजवान व्यक्ति को भी उसी बूढ़े व्यक्ति के पास की सीट मिली कुछ देर बैठे रहने के बाद उसने वृद्ध से पूछा सर आपकी घड़ी में कितना समय हुआ है।
वृद्ध व्यक्ति कुछ देर चुप रहा और फिर बोला की माफ़ करे मैं नहीं बता सकता।नौजवान व्यक्ति ने कहा की क्यों आपके पास घडी नहीं है वृद्ध व्यक्ति ने कहा की घडी तो रखता हो और आगे की सोच भी रखता हूँ । आगे की सोचता हूँ फिर आगे का निर्णय लेता हूँ। अभी तुम मुझसे समय पूछोगे ,फिर मैं घड़ी में देखकर समय बताऊंगा इसके बाद हम दोनों में बात चीत शुरू हो जायेगी। इसके बाद तुम पूछोगे की आप कहा जा रहे हो मैं फिर तुम्हे बताऊंगा की मैं मुम्बई जा रहा हूँ। तुम बोलोगे की मैं भी व्ही जा रहा हूँ।
फिर तुम पूछोगे की तुम किस sosaity में रहते हो मैं तुम्हे अपनी sosaity बताऊंगा। इसके बाद सिस्टचार के नाते मुझे तुमसे बोलना पड़ेगा की कभी वह से गुजरो तो जरूर आना। फिर तुम मेरे घर आओगे तो मेरे घर में एक जवान और सूंदर लड़की है तुम्हारा आकर्षण उसकी तरफ बढ़ेगा फिर तुम बाहर होटल में मिलोगे। खाना खिलाओगे और हो सकता है की तुम उसे फिल्म दीखाने ले जाओ और संभवतः मेरी बेटी भी राजी हो जाये और आगे चल कर ये दोस्ती प्यार में बदल जाये। और मुझे सोचना पड़ेगा की मैं अपनी बेटी की सादी बीमा ऑफिसर से करू की नहीं। क्युकी मुझे ensyorense officer बिलकुल भी पसंद नहीं है इसलिए मुझ पर रहम करो और दुबारा समय नहीं पूछना।
उस बूढ़े व्यक्ति की बातो को सुनकर उस नौजवान व्यक्ति ने अपना सर ही पकड़ लिया और सोचने लगा की मैंने तो सिर्फ समय ही पूछा था इन्होने तो भविष्य की पूरी फिल्म ही बना दी। हम सबको उसकी बात पर हंसी आयेगी लेकिन हम सब भी तो ऐसे ही है। हमारा मन भी तो ऐसे ही बदलता रहता है पल में पास्ट और पल में future में पहुंच जाता है।जब हम भविष्य की बारे में सोचते है तो बहुत कुछ इसी बूढ़े व्यक्ति की तरह ही भविष्य की बाते ही होती है।जो आप सोचते है वः एक मात्र क्लोन मात्र ही है।
हम ज्यादा तर वर्तमान में रहते नहीं है और भविष्य की बातो को सोचने लगते है। जो कुछ हमारे पास है हमारे सामने है हम उसमे रह नई पाते वास्तविक समय तो वर्तमान ही होता है। जो व्यक्ति वर्तमान में खुश रहता है वही जीवन में खुश रह सकता है। हर आदमी हर समय प्रसन्न रहना चाहता है खुश रहना चाहता है। लेकिन यह सम्भव नहीं हो रहा है यह एक अपवाद है की कुछ व्यक्ति हमेशा कैसे खुश रह लेते है। वे बहुत धनि और प्रतिष्ठित व्यक्ति भी नहीं है।आभाव में ही उनका जीवन बीतता है। ऐसे लोग हमेशा से आश्चर्य का ही विषय रहे है। ऐसे लोग कैसे खुश रह लेते है।
ऐसे में एक व्यक्ति ने प्रसन्नता का विषय बताते हुए कहा की मैं हमेशा वर्तमान में रहता हूँ। मेरे past की स्मृतिया नस्ट हो चुकी है और भविष्य की उनसभी कल्पनाओ से मैं मुक्त हूँ।मेरे चिंतन और विचार निर्मल है इसी कारन मैं शांति और प्रसन्नता का जीवन जीता हूँ। एक बार की बात है की एक राजा ने तीन फूल भिजवाए। तीनो फूलो का रंग रूप एक ही जैसा था। फूल ले जाने वाले दूत को आदेश दिया गया की आप पड़ोसी राजा को दरबार में तीनो फूल दिखा कर पूछना की कोनसे असली फूल कौन सा है। और जो भी जबाब मिले आकर बताना। दरअसल इस सवाल के माध्यम से राजा जानना चाहता था की पड़ोसी राजा के दरबार में कोई समझदार व्यक्ति है या नहीं।
राजा के आदेश पर वश दूत पड़ोसी राजके दरबार में गया और तीनो फ़ोल को देखते हुआ पूछा की बतायीए की इनमें से कौन सा फूल असली है दरबार के सभी लोह नजदीक आये और तीनो फूल टटोल कर देखने लगे और किसी को पहला फूल असली लगा तो किसी को दूसरा तो किसी को तीसरा फूल असली लगा। लेकिन वह दरबार में उपस्थित कोई भी न बता स्का की तीनो फूल में से कौन सा फूल असली है सभी अनुमान लगा रहे थे क्योकि तीनो ही फूल असली प्रतीत हो रहे थे। आखिर कार जब सभी दरबारी एकमत नहीं हो पाए।
तब राजा ने अपने दरबार के बजीर को दरबार में आने का आदेश दिया जब बजीर दरबार में पपरतुत हुआ तो उससे सलाह मशवरा किया गया बजीर समझदार था तो उसने फूलो को देखा और मुस्कराया और उसने दरबारियों को आदेश दिया की बगीचे की तरफ खुलने वाली खिड़कियों को खोल दो और तीनो फूलो को उस खिड़की पर रख दो उसके आदेश का तुरंत पालन किया गया और कुछ ही ेर में खिड़की पर एक मक्खी आयी और फूल पर बैठ गयी। फिर बजीर ने फूल की तरफ इशारा करके कहा की यही है असली फूल। क्योकि मक्खी कभी नकली फूल पर नहीं बैठती इस तरह साबित हो गया की दो फूल नकली है।
सवाल ये है की जब तीनो ही फूल देखने में असली लग रहे थे तो उस नकली फूल में क्या खासियत थी क्योकि वह फूल जीवित था वर्तमान ही जीवन है यह असली फूल प्रतीत है हमारे वर्तमान जीवन का। वर्तमान सबसे खूबसूरत जीवित तरोताजा और नया होता है और भूतकाल बासीऔर नकली होता है और भविष्य कल्पना मात्र ही होता है इसलिए वर्तमान का हमारे जीवन में अधिक महत्व होता है वर्तमान ही कुदरत का मिला हुआ वरदान है और भूतकाल एक बोझ और भविष्य की चिंता अभिशाप के समान है। वर्तमान का जादू इन्सान को सजक बनाता है इसके विपरीत भविष्य की चिंता चिंता के समान ही होती है।
जीवन में खुश रहने के लिए हमे चाहिए की हम वर्तमान में जीना चाहिए और भविष्य की चिंता में हमअपने कामयाबी कोभी enjoy नहीं कर पाते है और आने वाले सुन्दर भविष्य को भी बिगाड़ लेते है। जीवन को आगे की तरफ बढ़ाने का formula है की वर्तमान में जीना सीख ले। जो लोग अतीत या भविष्य में जीते है वो अपने life को enjoy नहीं कर पाते। वर्तमान हमे हमेशा सतर्क और चौकन्ना रखता है। हमारे अंदर कुछ करना की ऊर्जा भरता है। जोश और उम्मीद के साथ जीवन में आगे बढ़े। वर्तमान में जीने का सबसे बड़ा फायदा यह है की हमारे पास जो भी सम्पदा है हम उसका पूरा आनंद ले पाते है।