धनतेरस पर दिनभर होगी खरीदारी, क्या खरीदना चाहिए और क्या नहीं
धनतेरस पर दिनभर होगी खरीदारी, क्या खरीदना चाहिए और क्या नहीं
धनतेरस क्या है और इसे क्यों मानते है
धनतेरस हिन्दुओ का प्रमुख त्यौहार है जो दिवाली के दो दिन तथा कृष्णपक्ष की त्रियोदशी के दिन मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है की इस दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था इस लिए इसे धनतेरस के नाम से जाना जाता है।
ऐसा कहा जाता है की भगवान् धन्वंतरि का जन्म समुद्र मंथन से हुआ था था उनके साथ माता लक्ष्मी तथा भगवान कुबेर भी प्रकट हुए थे। भगवान धन्वंतरि को विष्णु भगवान का अवतार मन जाता है। जब भगवान धन्वंतरि ने समुद्र मंथन से जन्म लिया था वो उनके साथ १४ प्रकार के मूल्यवान चीजे थी जिसमे से पीतल के कलश में अमृत भी था तथा उस 14 चीजों में विष भी था। ऐसा माना जाता है की उसी दिन भगवान शिव ने उस विष को पिया था तथा तभी से उनका कंठ नीला पढ़ गया था। भगवान धन्वंतरि को विश्व का सर्वोच्च चिकित्सक भी कहा जाता है
इस दिन को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस भी कहा जाता है।
भगवान धन्वंतरि का मंदिर का प्रमुख मंदिर इंदौर तथा वेल्लौर (तमिलनाडु) में है
धनतेरस की पूजा कैसे की जाती है
ऐसा कहा जाता है की भगवान धन्वंतरि के साथ माता लक्ष्मी तथा भगवान कुबेर तथा यम की भी पूजा की जाती है। इस दिन संध्या काल के प्रदोष काल में पूजा करने का विशेष महत्व ह। भगवान धन्वन्तरि को पीली वस्तुओ का भोग लगाया जाता है। तथा इसके साथमाता लक्ष्मी तथा भगवान कुबेर के साथ यम की भी पूजा की जाती है। भगवान धन्वंतरि को आरोग्य तथा समृद्धि का देवता माना जाता है।
इस दिन दक्षिण दिशा में दीपक जलना शुभ माना जाता है
जैन धर्म के लोग भी धनतेरस का त्यौहार धूम धाम से मानते है उनका ऐसा मानना है की इस दिन से महावीर स्वामी अपनी धयान मुद्रा में चले गए थे तथा दिवाली के दिन उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था।
इस दिन यम की पूजा क्यों की जाती है
ऐसा कहा जाता है की इस दिन जब यम प्राण हरने धरती पर आये तो भगवान धन्वंतरि का पीतल का कलश जो अमृत से भरा था उसे देख कर वो मोहित हो गए और बिना किसी के प्राण हरे वापस चले गए तभी से यम की पूजा की जाती है।
धनतेरस के दिन क्या खरीदना चाहिए|
धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था और उनके जन्म के साथ उनके हाथो में पीतल का एक कलश था जो की अमृत से भरा हुआ था। भगवान धन्वंतरि को पीतल की धातु बहुत पसंद थी इस लिए इस दिन धातु (पीतल) खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। तथा उनके साथ ही माता लक्ष्मी ने भी उनके साथ प्रकट हुई थी इसलिए इस दिन चांदी तथा सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है।
ऐसा माना जाता है की इस दिन कोई कोई धातु अवश्य खरीदनी चाहिए।
धनतेरस के दिन क्या नहीं खरीदना चाहिए |
ऐसा कहा जाता है की इस दिन प्लास्टिक तथा कांच आदि चीजे खरीदना शुभ नहीं माना जाता है।