सुखी जीवन का रहस्य क्या है ? | Best Story In Hindi
सुखी जीवन का रहस्य क्या है ? - सभी लोग जानते है की सभी व्यक्ति अपने जीवन में सुख चाहते है। सुखी जीवन जीना बहुत ही आसान है। बस आपको थोड़ा सा नियंत्रण रखना होगा। एक धनी व्यक्ति एक आध्यात्मिक गुरु के पास गया। उसने उस आध्यात्मिक गुरु के महानता के बारे में बहुत सुना हुआ था ऐसी लिए वह उससे मिलने के लिए उत्सुक था। एक दिन वह उसके आश्रम में गया और उसका अभिवादन किया। आध्यात्मिक गुरु ने उसे अपने पास बैठने को कहा "और पूंछा की बताओ की मैं तुम्हारे लिए क्या कर सकता हूँ। "
धनी व्यक्ति ने कहा की मैं आपसे एक प्रश्न का उत्तर पाने के लिए यहाँ आया हूँ। क्या मैं आपसे कुछ पूंछ सकता हूँ ? आध्यात्मिक गुरु मुस्कुराये और कहा जी हाँ -बिलकुल पूँछिये। धनी व्यक्ति ने पूंछा -"सुखी जीवन का रहश्य क्या है ?" आध्यात्मिक गुरु ने कहा - अभी आपके पास जो कुछ भी है उसी में बस आप संतुष्ट महसूस करे खुशी महसूस करे। इस पर धनी व्यक्ति ने संदेह के साथ पूंछा की आपका मतलब है की मेरे पास जो कुछ भी है उसमे मुझे संतुष्ट होना चाहिए। और मुझे आगे कोई काम नहीं करना चाहिए।
फिर इसका मतलब ये भी हुआ की मुझे आगे कोई कमाई भी नहीं करनी चाहिए। आध्यात्मिक गुरु फिर से मुस्कुराये और कहा की मैंने ऐसा नहीं कहा मैंने आपको अभी जो आपके पास है सिर्फ संतुष्ट होने के लिए कहा है। और इसके साथ ही आपको अपने जीवनमे और अच्छे काम को करते हुए आगे बढ़ने को कहा है। काम का भरपूर आनंद लेते रहना चाहिए। भविष्य में आप जब भी कुछ और भी हासिल करे उससे भी संतुष्टि महसूस करे। और ईश्वर का शुक्रगुजार महसूस करे।
ईश्वर को हमेशा धन्यवाद देते रहिये की उसने आपको इतना अच्छा जीवन दिया है। आप कभी भी कमाई करना बंद न कर। और जीवन में आगे बढ़ने की कोशीश करते रहे। लेकिन अभी जो आपके पास है उस पर तो संतोष करना ही चाहिए। इसीलिए आत्म शांति और एवं संतोष ही सुखी जीवन का रहश्य है। जीवन का सुख संतोष में है जो भी हमारे पास है उसे स्वीकार कर ले तो जीवन का सारे सुख का अनुभव उसी क्षण कर लेता है। यदि इन्सान में संतोष है तो कोई भी दुःख उसे कभी भी तोड़ नहीं सकता। यही सुखी जीवन का रहश्य भी है।
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Article Posted By: Manju Kumari
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