दिमाग को शांत और स्थिर रखने का यही तरीका है
दिमाग को शांत और स्थिर रखने का यही तरीका है - Mind को CONTROL कैसे करें - Mind को CONTROL करने के बारे में बहुत कुछ लिखा जा चुका हैं और बहुत कुछ कहाजा चुका हैं। यह कोई एलेक्ट्रक का बल्ब नहीं हैं की जब भी मन करे बंद कर दे और जब भी मन करे on कर दे। या ऐसे कह सकते हैं की sweech on कर दे आपका mind सोचना शुरू कर दे और जब आप sweech off कर दे तो सोचना बंद कर देगा। यह इस तरीके से काम नहीं करता है।
अतः कान का काम है सुनना और जीभ का काम है स्वाद लेना। हमारे ह्रदय का काम है धड़कना। उसी तरह ही हमारे दिमाग का काम है सोचना। जिस प्रकार हमअपनी जीभ को स्वाद लेने से नहीं रोक सकते , और अपने ह्रदये को धड़कने से नहीं रोक सकते ,उसी प्रकार अपने दिमाग को भी सोचने से नहीं रोक सकते। आपका दिमाग बिना रुके कुछ न कुछ सोचता ही रहता है। ऐसे आप सोचने से रोक भी नहीं सकते। हम सभी जानते है की मन मष्तिस्क कितना सक्षम और शक्तिशाली है। आपका दिमाग एक सुपर कम्प्यूटर से भी कई गुना ज्यादा powerfull है।
और उससे भी कई ज्यादा powerfull है आप। लेकिन आपका दिमाग बेहतर ruselt तभी दे pata है जब आपका दिमाग संतुलित होता है या स्थिर होता है ,या fokast होता है। आपने अमरुद का बीज देखा है , या आम का बीज देखा है ,बरगद के बीज को देखा है ,इतना नन्हा सा बीज एक दिन विशाल वृक्ष कैसे बन जाता है। कभी इस बात पर गौर किया है आपने। नन्हे बीज तभी वृक्ष बन पाते है। जब वे जमीन पर लगातार स्थिर रहते है। जो की ह्वाप के साथ आज यहां और कल वहां विचरण करते रहते है और एक जगह स्थिर नहीं रह पाते है।
ऐसे वे कभी भी स्थिर नहीं रह पाते है। दोस्तों resarch बताते है की हमारे दिमाग में 40 से 50 हजार विचार आते है जिनमे से 95 % ऐसे होते है जो की कल भी आये थे और उससे पहले भी आ चुके होते है। हर दिन हमारे दिमाग में जो विचार एते है वे अधिकतर नकारात्मक ही होते है।
ये हजारो विचार हर दूसरे दिन और तीसरे दिन बदलते रहते है। ये thoughts बिलकुल उस बरगद के नन्हे बीज की तरह ही होते है। जब तक आपको अपने विचारो पर सकुलन नहीं होगा और जब तक किसी एक विचार पर आप स्थिर नहीं होते है।
तब तक वह विचार एक बड़े वृक्ष की तरह नहीं बन सकता है। सोचिये जरा थॉमस ऐल्वा एडिसन ने जब बल्ब का अविष्कार किया होगा तो यदि अपने एक विचार पर ही focus नहीं करते तो बल्ब का अविष्कार नहीं हो पता।जिस प्रकार आपने देखा ही होगा की एक छोटी सी लड़की दो बांस के बंधे रस्सी पर एक डंडे को हाँथ में लेकर कैसे चल पा रही थी। यदि वह अपने एक ही सोच पर फोकस नाकृति तो किया कर पाती जब वह छोटी सी लड़की सस्सी पर चलना सीखती है तब प्रयास करती है तब वह focusd होती है उसका दिमाग स्थिर होता है।
उस एक काम पर वह महीनो की अभ्यास पर ही व इतने अच्छे से कर पाती है। उस रस्सी पर आराम से चल पाती है। अपने दिमाग को संतुलित रखने के लिए , स्थिर रखने के लिए किसी एक विचार या एक ही काम पर focus करने के लिए बिना आराम किया अभ्यास करना होता है। जब आप स्टडी कर रहे होते है रताब आपके दिमाग में एक न एक विचार आते ही रहते है और फिर आप विचारो में बह कर कहा से कहा पहुंच जाते है। जो आपका विचार है , आपकी सोच है , जो मकसद है , जो लक्ष्य है , जब आप उसपर consntret करते है।
फोकस करते है तब भी आपके दिमाग में एक के बाद एक विचार आते है। तब आपको पूरी तरह से डिसिप्लीन होना ही पड़ता है। और आपको अपने उस पुराने विचार पर स्वीच करना पड़ता है। यदि आप इस विचार या प्रयास करते है ,एक सिमित समय तक अपने विचार को संयुलित करते है फिर consntret कर पाएंगे। अपने विचारो में consntret करने के लिए और नियंत्रण करने के लिए आपको हर रोज minuts
आपको याग करना होगा।
यदि आप अपने विचारो और अपने ध्यान पर यदि आप अपने लक्ष्या पर अधिक से focus करते है और संतुलित करते है। तब आपका यही दिमाग एक से बढ़कर solusan देने लगता है और bettar results देने लगता है। chamtkaar करने लगता है। और आप जीवन में आगे की और बढ़ते लगते है। तब आप बड़े से बड़ा लक्ष्य आसान लगने लगता है।
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Article Posted By: Manju Kumari
Work Profile: Hindi Content Writer
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