शिकारी और बाज की रोचक कहानी | Interesting Story Of Hunter And Eagle
शिकारी और बाज की रोचक कहानी -
एक बार की बात है। एक शिकारी जंगल में शिकार के लिए गया। उसे बहुत देर हो गयी जंगल में घूमते - घूमते उसे कुछ भी नहीं मिला। वह बहुत ही मायूस हो गया और सोचने लगा की आज तो लगता है की मुझे भूंखा ही रहना पड़ेगा। लेकिन काफी देर प्रयास करने के बाद उसके द्वारा बिछाये गए जाल में एक बज आकर फास गया और उसे देखते ही शिकारी बहुत खुश हुआ।
शिकारी जब बाज को लेकर जाने लगा तब रस्ते में बाज ने शिकारी से कहा - "तुम मुझे लेकर क्यों जा रहे है। "
शिकारी बोलै - "मैं तुम्हे मारकर खाने के लिए ले जा रहा हूँ। "
बाज ने सोचा की अब तो मेरी मृत्यु निश्चित ही है। वह कुछ देर यु ही शांत रहा और फिर कुछ सोच कर बोला - "देखो ,मुझे जितना जीवन जीना था मैंने जी लिया है ,अब तो मेरी मृत्यु भी निश्चित ही है ,लेकिन मरने के पहले मेरी एक आखरी इच्छा है "
"बताओ अपनी इच्छा " शिकारी ने उत्सुकता से पूछा ।
बाज ने बताना शुरू किया -
मरने से पहले मैं तुम्हे दो सीख देना चाहता हूँ उसे तुम ध्यान से सुनना और सदा याद रखना।
पहली सीख तो ये है की किसी की बातो को बिना प्रणाम ,बिना सोचे समझे विशवास मत करना।
और दूसरी सीख ये है की यदि तुम्हारे साथ कुछ बुरा हो या तुम्हारे हाँथ से कुछ छूठ जाये तो उसके लिए कभी दुखी मत होना।
शिकारी ने बाज की बात सुनी और आगे बढ़ने लगा।
कुछ समय बाद बाज ने शिकारी से कहा - "शिकारी, एक बात बताओ,,, अगर मैं तुम्हे कुछ ऐसा दे दू जिससे तुम रातो - रात अमीर बन जाओ , तो क्या तुम मुझे आजाद कर दोगे ?"
शिकारी फ़ौरन रुका और बोला - "क्या है वो चीज ,जल्दी बताओ ?"
बाज बोलै - "दरअसल ,बहुत पहले मुझे राजमहल के करीब एक हीरा मिला था ,जिसे उठा कर मैंने एक गुप्त स्थान पर रख दिया। अगर आज मैं मर गया तो वह हीरा वैसे ही बेकार पड़ा रहेगा। इसलिए मैंने सोचा की यदि तुम मुझे छोड़ दो ,तो मेरी जान भी बच जाएगी। और तुम्हारी गरीबी भी हमेशा के लिए मिट जाएगी। "
यह सुनते ही शिकारी ने बिना कुछ सोचे - समझे ही बाज को आजाद कर दिया ,और वो हीरा लेन को कहा।
बाज ने बिना देर किये पेड़ के सबसे ऊँची शाखा पर जा बैठा ,और बोला - "कुछ समय पहले ही मैंने तुम्हे एक सीख दी थी की किसी की बात में तुरंत विश्वास मत करना लेकिन तुमने उस सीख का पालन नहीं किया….दरअसल मेरे पास कोई हीरा नहीं है और मैं अब आजाद हूँ। "
यह सुनते ही शिकारी मायूस होकर पछताने लगा …तभी बाज फिर बोला ,तुम दूसरी सीख भूल गए की यदि तुम्हारे हाँथ से कुछ बुरा हो तो उसके लिए पछतावा मत करना। "
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Article Posted By: Manju Kumari
Work Profile: Hindi Content Writer
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