उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा होगी रद्द लेकिन उत्तर प्रदेश में रहेगी जारी इन नियमो का करना होगा पालन Kanvad Yatra 2021
उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा होगी रद्द लेकिन उत्तर प्रदेश में रहेगी जारी इन नियमो का करना होगा पालन kanvad yatra 2021 : - उत्तरा खंड सरकार ने जहा कावड़ यात्रा रद्द कर दी है तो वही उप सरकार ने कोविड प्रोटोकॉल के साथ इसे आगे बढ़ाने का किया है। मुख्या मंत्री योगी आदित्यनाथ ने यात्रियों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया है की इस साल कांवड़ यात्रा में कम से कम संख्या में ही भाग ले। योगी आदित्य नाथ ने सख्त निर्देश दिया ही की इस यात्रा क्वे दौरान कोविड प्रोटोकाल ,विशेष रूप से सामाजिक दुरी का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।
kanvad yatra 2021 : उत्तरा खंड सरकार ने जहा कावड़ यात्रा रद्द कर दी है तो वही उप सरकार ने कोविड प्रोटोकॉल के साथ इसे आगे बढ़ाने का किया है। मुख्या मंत्री योगी आदित्यनाथ ने यात्रियों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया है की इस साल कांवड़ यात्रा में कम से कम संख्या में ही भाग ले। योगी आदित्य नाथ ने सख्त निर्देश दिया ही की इस यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकाल ,विशेष रूप से सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा की यदि आवश्यकता हुई तो कांवड़ के तीर्थ यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट अनिवार्य किया जा सकता है। भगवान् शिव के भक्तो के लिए दो सप्ताह तक चलने वाली कांवड़ यात्रा 2021 में 25 जुलाई से शुरू होने वाली है। इस कांवड़ यात्रा में शिव भक्त गंगा नदी से पवित्र जल लेन के लिए उत्तराखंड हरिद्वार और देश के अन्य हिस्सों में जाते है।
उत्तरी राज्यों से शिव भक्त कांवड़ियों के रूप में लाखो भक्त हरिद्वार में गंगाजल लेने के लिए पैदल यात्रा करते है और फिर उस जल को लेकर के शिव मंदिरो में चढ़ाते है।
महामारी को देखते हुए सी एम योगी ने सख्त निर्देश दिया है की इस कावड़ यात्रा में कम से कम लोग ही इस यात्रा मे भागीदारी ले और इसके लिए कांवड़ यात्रियों से अनुरोध किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा है की पडोसी राज्यों से भी बात चित कर यात्रा के लिए जरुरी दिशा निर्देश जारी किये जाये। मुख्य मंत्री ने सभी अधिकारियो से सभी शिव मंदिरो और शिवालयों यात्रा मार्गो में साफ़ - सफाई और उचित रौशनी का वशेष प्रबंध कर ने को कहा है।
उत्तर प्रदेश में रहेगी जारी इन नियमो का करना होगा पालन kanvad yatra 2021 : -
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा की यदि आवश्यकता हुई तो कांवड़ के तीर्थ यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्टअनिवार्य किया जा सकता है। भगवान् शिव के भक्तो के लिए दो सप्ताह तक चलने वाली कांवड़ यात्रा 2021 में 25 जुलाई से शुरू होने वाली है। इस कांवड़ यात्रा में शिव भक्त गंगा नदी से पवित्र जल लेन के लिए उत्तराखंड हरिद्वार और देश के अन्य हिस्सों में जाते है।
उत्तरी राज्यों से शिव भक्त कांवड़ियों के रूप में लाखो भक्त हरिद्वार में गंगाजल लेने के लिए पैदल यात्रा करते है और फिर उस जल को लेकर के शिव मंदिरो में चढ़ाते है।
महामारी को देखते हुए “सी एम योगी आदित्य नाथ “ ने सख्त निर्देश दिया है की यात्रा में कम से कम लोग है इस कावड़ यात्रा मे भागीदारी ले और इसके लिए कांवड़ यात्रियों से अनुरोध किया जा रहा है।
UP Kanwar Yatra Guidelines : कोरोना संकट के दौरान इस महीने के अंत में शुरू होने वाले कांवड़ यात्रा को लेकर उप में तजमम तैयारियां की जा रही है। मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने आवश्यकताओं केअनुसार आरटी-पीसीआर की निगेटिव जाँच रिपोर्ट की अनिवार्यता को भी लागु किये जाने का भी निर्देश दिया है कोविड 19 पर मंगलवार को मुख्य मंत्री योगीआदित्यनाथ की अधिकारियो के साथ बैठक हुई। बैठक के बाद एक सरकारी बयान में कहा गया की मुख्य मंत्री ने निर्देश दिए है की "पारम्परिक कांवड़ यात्रा कोविड प्रोटोकॉल के साथ होगी।"
बयान के बाद उन्होंने कहा की कोविड संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कांवड़ संघो से संवाद कर न्यूनतम लोगो की सहभागिता काअनुरोध किया जाये। आवश्यकतानुसार आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता की भी लागु किया जा सकता है।
इससे पहले शुक्रवार को मुख्य मंत्री ने श्रावन मास में 25 जुलाई में निकलने वाली भगवान् शिव के भक्तो की कावड़ यात्रा सुरक्षा तथा कोविड प्रोटोकॉल के पालन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को हिदायत दी थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि कोविड प्रोटोकॉल के दृष्टिगत प्रत्येक स्तर पर कांवड़ संघों से संवाद स्थापित किया जाए ताकिअनावश्यक भीड़ न हो सके और कोविड के सम्बन्ध में सतर्कता व् सावधानी के सभी उपाए सुनिश्चित किये जाये।
“मुख्य मंत्री आदित्यनाथ” ने श्रावन मास में भगवान् शिव भक्तो की पवित्र कांवड़ यात्रा -2021 कि तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी मंडलायुक्तो और पुलिस जोन के वरिष्ठ अधिकारियो से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था की श्रावन मास के प्रारम्भ होने के पहले बकरीद का त्यौहार भी पड रहा है , इसके दृष्टिगत सतर्कता और सावधानी भी आवश्यक है।
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Article Posted By: Manju Kumari
Work Profile: Hindi Content Writer
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